भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चिट्ठी / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:20, 6 अक्टूबर 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रकाश मनु |अनुवादक= |संग्रह=चुनम...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
अरे डाकिए, चिट्ठी ले जा,
मेरी भी यह चिट्ठी ले जा।
चंदा मामा को यह चिट्ठी ,
मैंने तो भेजी है मिट्ठी।
झटपट-झटपट वे आएँगे,
दूध-कटोरा पी जाएँगे!