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देर हो गई / रामगोपाल 'रुद्र'

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देर हो गई!

सूरज सिर पर होता है जब,
आँखें मेरी खुलती हैं तब;
ऐसी बिगड़ी आदत को मैं
कैसे बदलूँ? मुश्‍किल है अब।
गाड़ी रुकी रहे, कब मुमकिन?
उफ्! अबेर हो गई!

सपने में जा रहा था बहा;
झटका देकर दोस्त ने कहा
"अरे अदालत का भी तुझको
क्या खयाल कुछ भी नहीं रहा? ! "
यहाँ सपरते दुपहर बीती,
वहाँ टेर हो गई!