भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पहिलो दिन / ज्याक प्रिभेर / सुमन पोखरेल

Kavita Kosh से
Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:36, 3 दिसम्बर 2020 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भित्रपट्टी सेता तन्ना,
ओछ्यानमा राता तन्ना,
एउटा बालक उसकी आमाभित्र,
आमा छटपटीमा,
बाबु दलानमा,
दलान एउटा घरमा,
घर शहरमा,
शहर रातको अन्धकारमा,
मृत्यु एउटा क्रन्दनमा,
र एउटा बालक धर्तीमा।

.................................
इस कविता का हिन्दी अनुवाद पढ्ने के लिए यहाँ क्लिक करेँ