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गंध अकेलेपन की / छादोर वाङ्ग्मो / अनामिका

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देखती थी उसको अक्सर
बैठी हुई खिड़की से सटकर
टकटकी उसकी बँधी शून्य पर
लच्छे घुँघराले धुएँ के
स्मृतियों की लट पर
स्मृतियाँ, जिनसे वह चाहती थी पीछा छुड़ाना
या शायद उनका तकिया लगाना

दो थे हम, दोनों एकदम अकेले
अदृश्य दीवार उठा गए थे बीच में अपने
छल्ले सिगरेट के
धुएँ में हम थे खोए
अपनी अलग-अलग दुनिया में

चली गई कब की वह, हारी हुई
बोझे से अपने दुख को दबाए, कहा नहीं उसने
पर गन्ध लग गई मुझको किसी तरह उसकी
ख़ामोश होंठों से, बेमन ही छूटते
उन धुएँ के छल्लों में

एकदम अकेली हूँ मैं अब तो
जितनी, रहती थी जब माँ के साथ
लेकिन वह अन्तिम थक्का धुएँ का
भभका था उसकी चिता से ही
गन्ध जानती हूँ मैं उसकी
उस निचाट अकेलेपन की
फैलता है अब तक फेफड़ों में मेरे
वह धुआँ सिगरेट का ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद " अनामिका