हत्यारों ने ढूंढ लिया है
हत्या का नया तरीका
जिसमें साँप भी मरता है
और लाठी भी नहीं टूटती
वे साजिशों के तहत
हमला करते हैं
मारकर बेशर्मी से रफूचक्कर हो जाते हैं
ना फिर कोई सुराग
ना कोई हत्यारा
पुलिस ढूंढती है उन्हें फाइलों में
रोज छापेमारी
और सुबूत खोजे जाते हैं
सरकारें दोषारोपण से बच जाया करती है
मुआवजे देकर
इस बौखलाहट को शांत किया जाता है
जो हुआ बुरा हुआ
कहकर सांत्वना देते हैं
और सब सामान्य स्थिर
भीड़ ने दूसरे
निहत्थे की
तलाश जारी की है।।