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काला राक्षस-9 / तुषार धवल

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प्यास

यह अंतहीन सड़कों का अंतर्जाल

खुले पशु के नथुने फड़कते हैं

यह वो जंगल नहीं जिसे हमारे पूर्वज जानते थे

अराजक भोग का दर्शनशास्त्र

और जनश्रुतियों में सब कुछ

एक पर एक फ़्री


हँसता है प्यारा गड़रिया

नए पशुओं को हाँकता हुआ