भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सामान्य ज्ञान / श्रीविलास सिंह
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:00, 2 फ़रवरी 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=श्रीविलास सिंह |अनुवादक= |संग्रह= }...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
मेमने ख़ुश हैं कि
भेड़िए ने
दिया है उन्हें
आश्वासन
उनकी रक्षा का ।
वे नहीं जानते
कि
भेड़िया
नहीं रह सकता
जीवित
बिना उनका
ख़ून पिए ।
पर
भेड़िया जानता है
कि नहीं आता
गिनती करना
मेमनों को ।