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युध्ह में मासूम की अपील / राजेश कमल

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पापा हमारे संग पतंग उड़ायें
माँ गुब्बारों के पीछे पीछे भागे
और दीदी हमारे संग खेले लुका छिप्पी
की अब
खिलौनों की दुकानों से बन्दुंके हटा दी जाये
पटाखों की दुकानों से धमाके हटा दिए जाएँ
और
मास्टर साहब के हाथ से छड़ी