Last modified on 28 मार्च 2021, at 00:17

मेरे सन्नाटे का कोलाज / अरविन्द श्रीवास्तव

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:17, 28 मार्च 2021 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अरविन्द श्रीवास्तव |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

और एक चिडि़या प्रवेश करती है
कमरे के रोशनदान से
मेरे सन्नाटे के कोलाज में

एक खिलखिलाती लड़की की खुशी है यहाँ
यहाँ जतन से सहेजे गये कई-कई प्रेमपत्र हैं

मेरी कलादीर्घा में उतरता है
कोसी का उफनता पानी
तिब्बत के आँसू
अमरीकी टोही विमान
एक बच्चा वियतनाम का
बिल्कुल विकलांग

मेरे सन्नाटे में
सूखी खांसी

दीवार पर टंगा
घोड़े का नाल

बिल्ली, कुत्ता, कौवा काला
झंडा लाल
भौतिक और बौद्धिक संपदा का तकरार
कला जगत का उबाऊ बाजार
मृत्यु का काॅपीराइट संघर्ष
कैनवास पर फेका गया पीक
एक मंहगा शॉट
कविता की कुछ अपठित किताबें
सांस्कृतिक लोकाचार के कुछ प्रमाण-पत्र
कई साल पुराना
एक कैलेंडर हिलता हुआ

सूखी स्याही वाली एक ताकतवर कलम
शामिल हैं मेरे सन्नाटे के कोलाॅज में
प्रासंगिक और अप्रसांगिकता के बीच
इंस्टालेशन कला के
अद्भुत नमूने सा !