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त्यत्रो भीडबीच / सुमन पोखरेल

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त्यत्रो भीडबीच त्यसरी बोलायौ
अझै म तिम्रै हुँ जसरी बोलायौ

मुस्कान छ्यापेर भिजाइदियौ मन
छातीमा काँढा बिझाइदियौ झन
एक अन्तरालदेखि भूलेथेँ सबैथोक
किन फेरि तिमीले सपना देखायौ

सल्कायौ आगो यो मनमा फेरि
घाउ बल्झाइदियौ ती आँखाले हेरी
एक अँगालो माया नदिनु थियो त
मेरो सामू त्यसरी किन तिमी आयौ?