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अस्थियाँ / तीतिलोप सोनुगा / श्रीविलास सिंह

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आज से शताब्दियों बाद
जब नृतत्वशास्त्री
झाड़ेंगे धूल हमारी अस्थियों से
उन्हें अभिभूत होने दो इस चीज़ से
जिसे कहते हैं साहस
उन्हें अभी और खोजने दो चिन्ह
वीरता और सौन्दर्य के

जब वे फिर से जोड़ेंगे तुम्हारे एक-एक अंश को
प्रकाश में एक-एक टुकड़ा मिलाते हुए
दो उन्हें कुछ अभिभूत होने को
कहने को उनकी इतिहास की पुस्तकों में :

‘यहाँ पड़ी है एक स्त्री जो जानती थी
कि भय है एक वृद्धिमान पशु
बिना दाँतों का’

अँग्रेज़ी से अनुवाद : श्रीविलास सिंह
लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
             Titilope Sonuga
                    Bones

Centuries from now
when the archaeologists
shake the dust from your bones
let them marvel at this thing
called courage
let them still find traces
of brave and beautiful

When they rearrange each part of you
hold you piece by piece against the light
give them something
to marvel at let their history books say:

'Here lies a woman who knew
that fear is just a growling animal
with no teeth'