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मेरी गली में / पुरूषोत्तम व्यास
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मेरी गली में
रोज एक कबाड़ी आता
और रोज जोर-जोर से चिल्लता
है क्या पुराना लोहा-लोखड़
टिन-टप्पर
पर
ऐसा कोई चिल्लाता नही
क्या?
है क्या कोई पुराना आदमी
सड़ा-गला दकियानूसी
घर में पड़ा-पड़ा
हर एक से अड़ा-अड़ा
और कई बिके रहते
बिना कोई मोल-भाव के
उनका क्या किया जाता मुझें नही मालूम