भ्रूणहत्या के बाद / यशोधरा रायचौधरी / लिपिका साहा
एक जरायु ने आठबार गर्भधारण किया था
आठबार ही कामयाब प्रसव-सन्तान । जनी औलाद ।
एक जरायु सिर्फ एकबार पैदा हुआ,
पहला जरायु (1901-1999) नानी का ।
दूसरा जरायु (1965 ----) नवासी का ।
अब हर महीने के, दसवें और ग्यारहवें दिन
दूसरा जरायु अपनी अजात सन्तान के लिए
अश्रु और रक्त पात किए जा रहा है ।
अब हर, चाहे और अनचाहे
गर्भपात के बाद
दूसरा जरायु हो चला है
हीनकमन्य
थका-सा और
ऐनिमिक ।
मूल बांगला से अनुवाद : लिपिका साहा
लीजिए, अब यही कविता मूल बांगला में पढ़िए
ভ্রূণত্যাগের পর
একটি জরায়ু আটবার গর্ভধারণ করেছিল
আটবারই সফল সন্তানদান।
একটি জরায়ু, মাত্র একবার।
প্রথম জরায়ু ( ১৯০১-১৯৯৯), দিদিমার।
দ্বিতীয় জরায়ু ( ১৯৬৫- ), নাতনির।
এখন, প্রতি মাসের দশম ও একাদশ দিনে
দ্বিতীয় জরায়ুটি তার অজাত সন্তানদের জন্য
কান্না রক্তপাত করছে।
এখন, প্রতিটি বাঞ্ছিত ও অবাঞ্ছিত
গর্ভপাতের পর
দ্বিতীয় জরায়ুটি
হীনম্মন্য
ক্লান্ত
অ্যানিমিক।