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बराती गीत / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'

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घोड़ा नाचै, हाथी नाचै
नाचै खूब बराती जी
दुल्हा नाचै दुल्हिन नाचै
नाचै संगी-साथी जी।

तासा-मस्सक बाला नाचै
नाचै साली-साला जी
पंडित जी छीटै छै पानी
मड़बा पर बरमाला जीे।