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बिकी सकेको म मान्छे / विश्ववल्लभ

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पसलबाट बिकी, सकेको म मान्छे।
आँखाबाट सबको, झरेको म मान्छे।

आकाश बाट झरेर हराएको, तारा।
सबले छोडिदिएको, पहाडको धारा।

सबै बाट फ्याकिएको, नदीको किनारा।
बल्दाबल्दै निभेको, तिम्रो साहारा।