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भैँचालाको सवाई (पहिलो भाग) (७-९) / धनवीर भँडारी
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उन्नाइस सयेको चौवन साल मिति
नक्षत्र विसाखा त्रयोदशी तिथि ॥
चौवन्न साल माहाँ जेठ गयाको
शिलाङका शहरमा औधी भयाको ॥७॥
सन्सरवार, ग्रीष्म ऋतु मैना जेठ मास
भुमी चल्दा शिलाङ शहर भयो नास ॥
जेठ जाँदो असार लाग्दो मसान्तका दिन
हिल्लो पृथ्वी पनि एकै छिन ॥८॥