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अब्बर्पहाडको सवाई (९१-१००) / धनवीर भँडारी

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डुकु बस्ती पोलीकन सोलोक बस्ती तऱ्यो ।
बेलुकाको पाँच बजे धावा गर्नु पऱ्यो ॥
किल्लातिर जान फौज कदम बढाउँछन् ।
माथिबाट अब्बरले ढुङ्गा लडाउँछन् ॥९६॥