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बागलुङको बजार / धर्मराज थापा

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पूर्व बग्ने कालिगङ्गा, पश्चिम काँठेखोला
थाप्लो माथिको बागलुङ्गेले कहिले फेर्ने चोला
बागलुङको बजार, पँधेर्नीलाई दुःख हजार

कुखुराको भाले बासो हे पँधेर्नी उठ
पँधेरामा भइसक्यो पानी लुटालुट
बागलुङको बजार, पँधेर्नीलाई दुःख हजार