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दीमक / हर्षिता पंचारिया
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दोष कुर्सी का नहीं है कि
उसके चारों पैर जर्जर है,
दोष तो उन दीमकों का है,
जो चट करने से पहले नहीं सोचते
कि ये उनका अपना घर है ।