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धरती के भगवान किसान / चंदन द्विवेदी
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हां! हम किसान हैं
धरती के भगवान हैं
ये जो खेत हैं न
मेरे लिए सबकुछ हैं
इन्हीं खेतों में अक्सर
हल चलाकर बैलों के सहारे
हम अपनी सारी समस्याएं
जोत देते हैं।
हमसे किसे समस्या है
हम धान हैं तो हम ही समाधान हैं
हम हिंदुस्तान हैं
हां, हम किसान हैं