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कहानी का एक पात्र / हरीशचन्द्र पाण्डे

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मैंने लिखी एक कहानी
उसका एक पात्र मनोहर

पात्र तो बहुत थे, मगर
सबके पास कुछ न कुछ काम थे करने को
मनोहर को कहानी भर नहीं दे पाया मैं कोई काम
भूल ही गया उसे

आप किसी को अपने रचना-संसार में लाएँ
और कोई काम न दे पाएँ
कितनी लज्जा की बात है !

मुझे दोबारा लिखनी है वह कहानी