भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
महत्त्वपूर्ण / अमिता दुबे
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:14, 6 जुलाई 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अमिता दुबे |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKa...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
महत्त्वपूर्ण वह है
जिसके पास हो
दिमाग, लगन
और
कुछ कर गुज़रने की चाह ।
हाँ,
एक बात ज़रूर है
महत्त्वपूर्ण होने के लिए
बहुत कुछ सहना पड़ता है
बर्फ़ सा गलना पड़ता है
खाद सा सड़ना पड़ता है
क्योंकि सहना, गलना, सड़ना
तीनों एक ही क्रिया की
प्रतिक्रियाएँ हैं
जिसमें मूलतः
लगन, रूचि और भ्रम
समाहित है ।