भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हम कब मिलेंगे ? / महमूद दरवेश / दुष्यन्त

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:56, 15 मार्च 2023 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=महमूद दरवेश |अनुवादक=दुष्यन्त |सं...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

वो बोली :
हम कब मिलेंगे ?

मैंने कहा :
युद्ध समाप्त होने के
एक साल बाद ।

उसने पूछा :
युद्ध
कब समाप्त होगा ?

मैंने कहा :
जब
हम मिलेंगे ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : दुष्यन्त