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जब मैं लिखती हूँ / डोरिस कारेवा / प्रिय दर्शन

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जब मैं लिखती हूँ
तो भटकते शब्दों को राह पर लाती हूँ
चुप्पी की घाटियों के
लगभग असम्भव ढलानों पर ।

जब मैं लिखती हूँ
छायाओं पर महारत का अभ्यास करती हूँ
सधे हाथों और कटार के साथ
अन्तिम अन्धकार के मुहाने पर ।

जब मैं लिखती हूँ
मैं एक पूर्णत: वर्जित भाषा लिखती हूँ
मेरा महाभोज मेरा उपवास है,
स्वर्ग के ही भेद खोलना ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : प्रिय दर्शन

और लीजिए, अब यही कविता अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
            Doris Kareva
            When I write

When I write
I shepherd unheeding words
on the nigh impossible slope
of the pass of silence.

When I write
I practise mastery of shadows
with cool wrist and rapier
on the verge of final darkness.

When I write
I write an utterly forbidding language;
my ultimate feast is to fast,
the very unearthing of heaven.

Translated from Estonian by Miriam McIlfatrick-Ksenofontov