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सारंग से बातें - 4 / कमल जीत चौधरी

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बेटा सो जाओ ।
नईं नईं*
पहले मुझे कंगारूवाली कहानी सुनाओ ।


एक छोटा कंगारू होता है
उसकी टक पाप्पी उसे बहुत प्यार करती है
कंगारू पीले ऑटो में बैठकर स्कूल जाता है
उसकी ममा साथ नहीं जाती
वह अकेले ही जाता है ।

उसके पास एक बैग, छाता और टिफ़िन होता है
वह अपने दोस्त के साथ खाना खाता है
उसकी टीचर उसे बहुत लाडू* करती है
वह अपनी ममा* और मैम* की सारी बातें मानता है
किसी को तंग भी नहीं करता है
वह रात को जल्दी सो जाता है ।
...
ममा ममा ... ममा जी,
हिरन वाली कहानी सुनाओ ।
हिरण सो गया है ।

तो भालू वाली कहानी सुनाओ ।
वह भी सो गया है ।

अच्छा फिर
खरगोश वाली कहानी सुनाओ ।
सो जा चुप करके
खरगोश भी सो गया है —

ममा जी खाइश* हो रही है ...


शब्दार्थ
नईं नईं* - नहीं नहीं
लाडू* - प्यार
ममा*- माँ
मैम*- शिक्षिका
खाइश* - ख़ारिश