Last modified on 17 जुलाई 2023, at 23:07

प्रेम है शायद / जया आनंद

सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 23:07, 17 जुलाई 2023 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जया आनंद |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatKavita}}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

प्रेम है शायद!
तुम्हारे आने की प्रतीक्षा
तुम्हारे न आने की उदासी
तुम्हारे मिलन का गीत
तुम्हारे विछोह का संगीत

प्रेम है शायद!
तुम्हारा अपनापन
तुम्हारी खुशी
तुम्हारी सफलताएँ
और मेरी मुस्कान
 
प्रेम है शायद!
तुम्हारे साथ कुछ पल बिताना
मन का जमुना हो जाना
तुम्हारा कृष्ण हो जाना
और मेरा राधा हो जाना