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ब्रेक अप पार्टी / ज्योति शर्मा

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मेरी 16 की बेटी का जब पहला ब्रेक अप
हुआ तो उसने पार्टी दी
मेरा ब्रेकअप हुआ था तो मैं ढूँढती फिरती थी
नींद की गोलियाँ
दुनिया कितनी बदल गई है
मैं नहीं बदल सकी शायद
उसके बिना जीवन का सपना सम्भव ही नहीं था
मगर फिर भी शादी कीए बच्चा पैदा किया
उसे पढ़ाया और अब आ गई हूँ बड़े शहर
इतने दिनों बाद आज देना चाहती हूँ
ब्रेक अप पार्टी
ब्रेक अप के बरसों बाद
हमारे ज़माने में तो शादी का खाना ही होता था
ब्रेकअप पार्टी
सब टूटे दिलवाली औरतों को इकट्ठा करूँगी
और कहूँगी तुम शहज़ादियाँ हो
ग़ुलाम के बस की न थी