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एक दिन धूप में / सुधीर सक्सेना
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एक दिन
धूप में
आसमान से उतर कर
एक चिड़िया आएगी
और चोंच मारने लगेगी
कांधे पर
तब मुझे
तुम्हारी याद आएगी
तुम
जो चिड़िया बनकर
एक दिन
आसमान में उड़ गई थीं ।
मुझे अकेला छोड़ ।