भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

और वह बच्चा / नरेन्द्र जैन

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:33, 29 जनवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेन्द्र जैन |संग्रह=तीता के लिए कविताएँ / नरेन...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

और
वह बच्चा
जिसका ऴ्याल बरसों तक
तुम अपने जेहन में पालती रहीं

और वह बच्चा
जो
इस मौसम में
तुम्हारे ख़ून में पलना शुरू हो गया है

और
वह बच्चा
जो कल तुम्हें
माँ माँ पुकारता हुआ
दुनिया में दौड़ता-फिरेगा

और
वह
बच्चा