भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बच्चा / केशव
Kavita Kosh से
प्रकाश बादल (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:42, 3 फ़रवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केशव |संग्रह=धूप के जल में / केशव }} Category:कविता <poem> ब...)
बच्चा
छत पर बैठा है
रो रहा है
बच्चे की
किलकारियाँ आँगन में
गूँज रही हैं
बच्चा
आरमान की ओर मुँह किये
मुस्कुरा रहा है
बच्चे की दुनिया में
जिस तरह से चला जाता है कोई
उसी तरह लौट भी आता है
सचमुच
एक आत्मा है
बच्चा