भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सम्बन्ध / लीलाधर जगूड़ी

Kavita Kosh से
92.243.181.53 (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 02:02, 5 फ़रवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर जगूड़ी |संग्रह = घबराये हुए शब्द / लीलाधर जगूड...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ऊँचे पेड़ !
तुमने आकाश को
और चिड़िया ने तुम दोनों को
अपनाया
क्या वे तुम पर वैसे ही नहीं उतरतीं
जैसे स्टेशन पर लोग?