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दृश्य उड़ते विमान से देखा / जहीर कुरैशी
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दृश्य उड़ते विमान से देखा
बाढ़ को इत्मीमान से देखा
उसने सत्ता के अश्व पर चढ़
कर
जो भी देखा वो शान से देखा
मेरी आँखें चली गईं जबसे
मैंने दुनिया को कान से देखा
फ़ाइलों ने विकास का चेहरा
आँकड़ों की ज़ुबान से देखा
मैंने दिन भर की उसकी मेहनत को
रात भर की थकान से देखा
सेठ साहब ने झोंपड़ी का कद
अपने ऊँचे मकान से देखा
तीर होना तभी हुआ सार्थक
तीर ने जब कमान से देखा