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हँसो एक बच्चे की तरह / अमिता प्रजापति

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तुम प्यार को पृथ्वी
मान कर
मत घूमो हर्क्यूलिस की तरह
मत झुकाओ इसके वज़न से
अपनी गर्दन
धीरे से सरका के इसे
गिरा लो अपने पैरों में
उछालो गेंद की तरह
हँसो एक बच्चे की तरह...