भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सदस्य वार्ता:Rina banerjee

Kavita Kosh से
Rina banerjee (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:06, 19 मई 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: ''संसार'' सागर के इस पार सोच रही हूँ,कहाँ है भिन्नता यह ही है तकरार ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


संसार

सागर के इस पार सोच रही हूँ,कहाँ है भिन्नता यह ही है तकरार जाना तो है सबको एक जगह न कर भाई इंकार येहीं पर है, सबका क्रीडांगन अलग नहीं है,यह संसार'