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वेद-ए-मुक़द्दस / अली सरदार जाफ़री

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वेद-ए-मुक़दस


शुऊरे-इन्साँ के आफ़ताबे-अज़ीम की अव्वलीं शुआएँ
जो लह्‌नो-आवाज़ बन गयी हैं
वो अव्वलीं आलमे-तहैयुर<ref>आश्चर्य की दशा</ref>
ज़मीन क्या, आस्मान क्या है?
सितारे क्यों जगमगा रहे हैं?
तहैयुर इक नग़्मः-ए-मुसलसल
तहैयुर इक रक़्से-वालिहाना
तहैयुर इक फ़िक्रे-आरिफ़ाना<ref>अध्यात्म चिन्तन</ref>
कोई है ख़ालिक़<ref>सृष्टिकर्ता</ref> तो वो कहाँ है?
अगर नहीं है तो फिर ये क्या है?
ये दिल में किस नूर की ज़िया<ref>आभा</ref> है
बशर का जल्वा है या ख़ुदा है?


शब्दार्थ
<references/>