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मूर्तिकार-1 / प्रेमचन्द गांधी
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ध्यान से सुनो
छैनी हथौड़े का यह संगीत
खो जाओ
मेहनत और कारीगरी की इस सिम्फनी में
एक आदमी
तराश रहा है विधाता को