भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

वो अभी-अभी लौटा है / अनातोली परपरा

Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:16, 24 जून 2009 का अवतरण (वो अभी-अभी लौटा है / अनातोली पारपरा का नाम बदलकर वो अभी-अभी लौटा है / अनातोली परपरा कर दिया गया है)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: अनातोली परपरा  » संग्रह: माँ की मीठी आवाज़
»  वो अभी-अभी लौटा है

वो अभी-अभी लौटा है

अपने फ़रिश्तों के साथ


अपनी व्यस्तताओं से अभी-अभी

आया है बाहर और

देख रहा है यह दुनिया अब


देख रहा है वह

बेटे की शरारत पहले-पहल


वह मुस्किया रहा है

हौले- हौले


(रचनाकाल :1991)