भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अहिंसा / नोमान शौक़

Kavita Kosh से
Shrddha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:51, 16 अगस्त 2009 का अवतरण

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बापू की तस्वीर के नीचे बैठकर
देख रहे हैं बच्चे
W.W.F

एक पाठशाला में
आजीवन बनवास काटने
आ गई है
अहिंसा ।