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पुराने युद्धस्थल पर / गून ल्यू

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उस बन रही इमारत से दूर
पहुँचे जब कुछ मज़दूर
वहाँ मिली उन्हें कुछ खाइयाँ
उस पुराने युद्ध की परछाइयाँ

ओ माँ चीन! वहाँ
गहरी झुर्रियाँ थी तेरे माथे पर
लड़ाई के गड्ढे थे पुराने
इमारत के ऊबड़-खाबड़ अहाते पर

जिसे कभी तेरे बेटों ने
था अपने ख़ून से सींचा
अब खिलेंगे रंग-बिरंगे फूल
उस जख़्मी धरती पर
अब बनाया जाएगा वहाँ
फूलों का बगीचा


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