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आस्था-1 / राजीव रंजन प्रसाद

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आस्था - 1

मुझे गहरी आस्था है तुम पर
पत्थर को सिर झुका कर
मैने ही देवत्व दिया था
फिर
तुम तो मेरा ही दिल हो..