भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मेरी वाणी गैरिक वासना / धर्मवीर भारती
Kavita Kosh से
Rajeevnhpc102 (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:38, 27 अक्टूबर 2009 का अवतरण
मेरी वाणी गैरिक वासना
रचनाकार | धर्मवीर भारती |
---|---|
प्रकाशक | भारतीय ज्ञानपीठ |
वर्ष | २००६ |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | 176 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- बोआई का गीत / धर्मवीर भारती
- संक्रांति / धर्मवीर भारती
- अवशिष्ट / धर्मवीर भारती
- आस्था / धर्मवीर भारती
- एक वाक्य / धर्मवीर भारती
- मुरली निर्माण / धर्मवीर भारती
- सूर्या / धर्मवीर भारती
- उपलब्धि / धर्मवीर भारती
- अनाम / धर्मवीर भारती
- दीदी के धूल भरे पाँव / धर्मवीर भारती
- कन-कन तुम्हें जी कर / धर्मवीर भारती
- अंतहीन यात्री / धर्मवीर भारती
- एक छवि / धर्मवीर भारती