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बंसी पारिमू से / अग्निशेखर
Kavita Kosh से
(बन्सी पारिमू प्रसिद्ध प्रगतिशील चित्रकार)
तुम्हें समझाया था मैंने
मत करो चिनारों के काटे जाने पर हंगामा
मत चिल्लाओ डल झील की तबाही पर
मत कहो सिविल-कर्फ़्यू में भी
मरी हैं घरों में सत्ताईस मुसलमान गर्भवती बहनें
तुम्हें समझाया था मैंने
मत लिखो रंगों से ऎसी कविताएँ
जो तुम्हें मरवा डालेंगी एक दिन