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आंखों के तरल जल का आईना / अरुणा राय

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मेरा यह आईना
शीशे का नहीं
जल का है

यह टूट कर
बिखरता नहीं

बहुत संवेदनशील है यह
तुम्हारे कांपते ही
तुम्हारी छवि को
हजार टुकडों में
बिखेर देगा यह

इसलिए
इसके मुकाबिल होओ
तो थोडा संभलकर

और हां
इसमें अपना अक्श
देखने के लिए
थोडा झुकना पडता है
यह आंखों के तरल
जल का आईना है