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हलके से / अशोक वाजपेयी
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वह पत्ती हवा में हलके से काँपी हवा उस पत्ती के पास से गुज़रते हुए हलके से काँपी एक बच्चा उधर बैठे ठण्ड से हलका सा काँपा एक बूढ़े के लगभग मरणासन्न चेहरे पर जीवन फिर से काँपा और शान्त हो गया । </poem>