पयंबरे-मश्रिक / फ़राज़
पयंबरे-मश्रिक <ref>पूर्व के दूत</ref>
वो शब <ref>रात्रि</ref> कि जिसमें तेरा शो’ला-ए-नवा <ref>स्वर की आग</ref> लपका
ढली तो मातमे-यक-शह्रे-आरज़ू <ref>मनोकामना का शोक</ref> भी हुआ
वो रुत कि जिसमें तेरा नग़्मा-ए-जुनूँ <ref>मस्ती का गीत</ref> गूँजा
कटी तो साज़े-तमन्ना <ref>मनो कामना का वाद्य-यंत्र</ref> लहू-लहू भी हुआ
यही बहुत था कोई मंज़िले-तलब <ref>वांछित मंज़िल</ref> तो मिली
कहीं तो मुज़्दा-ए-क़ुर्बे-हरीमे-यार <ref>प्रेयसी के निवास के सामीप्य का शुभ संदेश</ref>मिला
हज़ार शुक्र कि तअने-बरहनगी <ref>नग्न होने का उलाहना</ref> तो गया
अगर्चे-पैरहने-शौक़ <ref>चाहत का वस्त्र</ref> तार-तार मिला
ख़याल था कि शिकस्ते-क़फ़स <ref>जाल कटने</ref> के बाद भी हम
तिरे पयाम <ref>संदेश</ref> के रौशन चराग़ <ref>प्रज्ज्वलित दीपक</ref> देखेंगे
रहेगा पेशे-नज़र तेरा आईना जिसमें
हम अपने माज़ी-ओ-फ़र्दा <ref>भूत और भविष्य</ref> के दाग़ देखेंगे
मगर जो हाल तुलू-ए-सहर <ref>सूर्योदय</ref> के बाद हुआ
जो तेरे दर्स <ref>उपदेश</ref> की तहक़ीर<ref>अनादर</ref> हमने देखी है
बयाँ <ref>वर्णन</ref>करें भी तो किससे, कहें तो किससे कहें
जो तेरे ख़्वाब की ताबीर <ref>स्वप्न-फल</ref> हमने देखी है
मुदब्बिरों <ref>राजनीतिज्ञों </ref>ने वफ़ा के चराग़ गुल <ref> बुझा</ref>करके
दराज़ <ref>लंबा</ref> दस्ती-ए-जाहो-हशम <ref>नौकरशाही के हाथों </ref> को आम <ref>सर्व-व्यापक</ref> किया
मुफ़क़्क़िरों <ref>चिंतकों</ref> ने फ़क़ीहों <ref>धार्मिक विद्वानों,मुल्ला-मौलवियों</ref> की दिल-दिही के लिए
ख़ुदी <ref>स्वयं से परिचय</ref> की मय <ref>मद्य</ref> में तसव्वुफ़ <ref>सूफ़ीज़्म,अध्यात्मवाद</ref> का ज़ह्र <ref>विष</ref> घोल दिया
वो कम-नज़र <ref>संकीर्ण दृष्टि वाले</ref> थे कि नादान <ref>अनभिज्ञ</ref> थे कि शोब्दागर<ref>धुले हुए</ref>
जो तुझको जिन्नो-मलाइक <ref>जिन्न और फ़रिश्ते</ref> का तर्जुमाँ <ref>दुभाषिया,भाषांतरकार</ref>समझे
तिरी नज़र में हमेशा ज़मीं <ref>धरती</ref>के ज़ख्म <ref>घाव</ref> रहे
मगर ये तुझको मसीहा-ए-आस्माँ <ref>ख़ुदा</ref> समझे
उरूज़े-अज़्मते-आदम <ref>मानव की महानता का उत्कर्ष</ref> था मुद्दआ <ref>उद्देश्य</ref> तेरा
मगर ये लोग नक़ूशे-फ़ना <ref>मृत्यु-चिह्न</ref> उभारते हैं
किस आस्माँ पे है तू ऐ पयम्बरे-मश्रिक
ज़मीं के ज़ख़्म तुझे आज भी पुकारते हैं