Last modified on 27 दिसम्बर 2009, at 19:38

केसरि से बरन सुबरन / बिहारी

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:38, 27 दिसम्बर 2009 का अवतरण (केसरि से बरन सुबरन का नाम बदलकर केसरि से बरन सुबरन / बिहारी कर दिया गया है)

केसरि से बरन सुबरन बरन जीत्यौ

बरनीं न जाइ अवरन बै गई।

कहत बिहारी सुठि सरस पयूष हू तैं,

उष हू तैं मीठै बैनन बितै गई।

भौंहिनि नचाइ मृदु मुसिकाइ दावभाव

चचंल चलाप चब चेरी चितै कै गई।

लीने कर बेली अलबेली सु अकेली तिय

जाबन कौं आई जिय जावन सौं दे गई।।