Last modified on 26 जनवरी 2010, at 20:49

पुरानी यादें-4 / मनीषा पांडेय

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:49, 26 जनवरी 2010 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

पुरानी यादें
ठहरे हुए पानी की तरह
सड़ती हैं
अटकती हैं साँस रात भर
रातें गुज़रती हैं मुश्किल से