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एक अलग सपना / लैंग्स्टन ह्यूज़

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»  एक अलग सपना
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सूरज की रौशनी से आलोकित किसी इलाक़े में
दोनों हाथ फैलाकर मैं खड़ा हो जाऊँगा
और जब तक चमकता हुआ दिन रहेगा
घूम-घूम कर गोल-गोल नाचूँगा
उसकी बाद ठंडी शाम को
एक विशाल वृक्ष के नीचे
आराम करूँगा
तभी धीमी गति से
मेरे पास आएगी काली रात
मेरी ही तरह काला है जिसका रंग
यही तो मेरा सपना है

सूरज के सामने
दोनों हाथ फैलाकर खड़ा होने का
जब तक कि दिन डूब नहीं जाता
घूम-घूमकर गोल-गोल नाचने का
एक मलिन शाम को आराम करना
एक विशाल पर सीधा-सादा पेड़
रात आ रही है आहिस्ता क़दम
मेरी ही तरह काली रात


मूल अंग्रेज़ी से अनुवाद : राम कृष्ण पाण्डेय