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हेठ वगे दरिया ते ऊपर मैं खड़ी / पंजाबी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

हेठ वगे दरिया के ऊपर में खड़ी,
मेरे वीरे लावाय बाग खिड पई चंबा कली,
चंबा कली न तोड़ वीर मेरा मरुगा,
वीरा मेरा सरदार बैठे कुर्सी ते,
भाबो मेरी परधान बैवे रत्ते पीढ़े,
रातडा पीढ़ा चीकदा,
भाबो नु उडीकदा,
भाबो कैंदी आइयाँ,
झगा चुन्नी ले आयीन्याँ।