Last modified on 3 फ़रवरी 2010, at 14:48

ख़ुदा / मोहम्मद अलवी

Sudhanshu78 (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:48, 3 फ़रवरी 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: == खुदा ==<poem>मुझे इसका दुःख है की मैंने तुझे आज तक क्यों न जाना खुदा ऐ …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
== खुदा ==

मुझे इसका दुःख है
की मैंने तुझे
आज तक क्यों न जाना
खुदा ऐ खुदा
मैं समझाता था तू
एक जालिम है जो
मुझ पे जुल्मो सितम ढा रहा है
मुझे ये खबर ही नहीं थी
की तू भी
दुखी है
अकेला है
मैं और तू
एक ही आग में जल रहें है